विश्व की पहली स्मार्ट सिटी है अयोध्या

चमचमाती, चौड़ी-चौड़ी सड़कें, साफ़-सुथरी गलियाँ, कायदे से बनी इमारतें- यह है ‘स्मार्ट सिटी' । लेकिन एक शहर का ‘स्मार्ट सिटी' बनना इतना आसान भी नहीं है। सिर्फ साफ़-सफ़ाई के दम पर कोई सिटी स्मार्ट सिटी नहीं बनती। बल्कि स्मार्ट बनने के लिए उसे कई कसौटियों पर खरा उतरना पड़ता है। इन कसौटियों के बारे में बताने से पहले आपको बताते हैं दुनिया की पांच बेहतरीन स्मार्ट सिटी कौन-कौन सी हैं।


दुनिया की पाँच बेहतरीन स्मार्ट सिटी


स्मार्ट सिटी की लिस्ट में पहले पायदान पर है बार्सिलोना। स्पेन का एक शहर, जिसकी आबादी 16 लाख से ज्यादा है। मशहूर यूरोपियन फुटबॉल क्लब एफ.सी. बार्सिलोना का शहर। स्मार्ट सिटी की लिस्ट में दूसरी पायदान पर है न्यूयॉर्क। अमेरिका का सबसे ज्यादा आबादीवाला शहर, स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी का शहर। यहीं पर संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय भी है। तीसरी स्मार्ट सिटी है लन्दन। ब्रिटेन की राजधानी। यूरोप का दूसरा सबसे ज्यादा आबादीवाला शहर। ब्रिटिश राजशाही और यूरोपीय शैली की शानदार इमारतों का शहर। चौथे स्थान पर है फ्रांस का शहर नीस। पहाड़ों के साये में बसे इस शहर की खूबसूरती के चलते ही इसे नीस कहा जाता है। पाँचवीं स्मार्ट सिटी है सिंगापुर। पाँच स्मार्ट सिटी की लिस्ट में एशिया का इकलौता शहर, दुनिया के सबसे बड़े कारोबारी शहरों में सिंगापुर की गिनती होती है।



आखिर इन शहरों में ऐसा क्या खास है जो इन्हें दुनिया के हजारों शहर से अलग बनाता है ? वे क्या खूबियाँ हैं जिनके आधार पर इन शहरों को दुनिया की बेस्ट सिटी का दर्जा दिया गया है। सिर्फ आर्थिक विकास और आसमान छूती इमारतों की वजह से कोई शहर स्मार्ट नहीं बनता, बल्कि कई कसौटियों पर खरा उतरने के बाद इन शहरों को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलता है।


मोदी सरकार ने भले ही देश में 100 स्मार्ट सिटी बनाने का लक्ष्य रखा हो लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की पहली स्मार्ट सिटी' अयोध्या थी। हैरान रह गए न आप! लेकिन, ये हम नहीं कह रहे बल्कि इसके प्रमाण हमें वाल्मीकीयरामायण में मिलते जिसमें अयोध्यापुरी का वर्णन विस्तार से प्राप्त होता है। आइए जानते हैं क्यों है अयोध्या विश्व की प्राचीनतम स्मार्ट सिटी।


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