आम तौर पर डिमेंशिया वृद्धावस्था में होनेवाला एक विकार है। यह एक ऐसा रोग है जिसमें भूलने की बीमारी के अलावा व्यक्ति के अन्दर मानसिक स्तर पर कई परिवर्तन दिखते हैं, जैसे- भावुक होना, छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा लेना, रो पड़ना, दुःखी होना, नयी बात शीघ्र भूल जाना, तर्क न कर पाना, या तर्क न समझ पाना, लोगों से मिलने तथा बातचीत करने में संकोच करना, व्यक्ति के रहन-सहन की आदतों तथा पूरे व्यक्तित्व में परिवर्तन आना, इत्यादि भावात्मक परिवर्तन होते हैं।
डिमेंशिया के रूप
डिमेंशिया कई रूपों में देखा जा सकता है।
* अल्जाइमर रोग : इस रोग में दिमाग के कोश (ब्रेन सेल्स) मर जाते हैं।
* लेवी बॉडी डिमेंशिया वास्कुलर डिमेंशिया : ब्रेन कोश मरने से रक्त के वैसेल नष्ट हो जाते हैं।
* फ्रन्टो टेम्पोरल डिमेंशिया
* इंजरी डिमेंशिया : चोट लगने से ब्रेन सेल्स के मर जाने से
* पर्किसन से डिमेंशिया :
कारण
डिमेंशिया कई कारणों से हो सकता है :
* थॉयरइड हारमोंस में असन्तुलन।
* डिप्रेशन का मरीज होना। रक्ताल्पता के कारण। परिवार द्वारा निराशा, परिवार द्वारा ख्याल न रखना।
* पाचन-संस्थान सदैव खराब रहना, कब्ज रहना। उच्च रक्तचाप या मधुमेह से ग्रस्त होना।
* टाइफाइड बुखार ज्यादा दिन रहना।
* अधिक दिनों तक नजला जुकाम से पीड़ित रहना।
* अंग्रेजी दवाओं का अधिक सेवन।
* लकवा हो जाना। शरीर या शिर पर चोट लगना।।
* अधिक शराब या नशीले पदार्थ का सेवन। | अधिक चिन्ता, सन्ताप, भय, उद्विग्नता, से पीड़ित रहना।।
* विटामिन बी12 की कमी। मैटल पॉइजनिंग।
* ब्रेन में ट्यूमर होना।
* एच.आई.वी. से पीड़ित होना।
* दिमाग में इन्फेक्सन हो जाना आदि। :
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