कॅरियट-संभावनाओं से भरा है ऊर्जा-क्षेत्र

किसी भी देश के आर्थिक, सामाजिक एवं बुनियादी विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानेवाले घटकों में, ऊर्जा एक अहम घटक है। रोजमर्रा की छोटी-छोटी जरूरतों से लेकर बड़े-बड़े विकास-कार्यों तक हर जगह ऊर्जा की आवश्यकता होती है। देश की अर्थव्यवस्था चाहे जैसी हो, ऊर्जा की खपत को कम नहीं किया जा सकता। ऊर्जा की मांग एवं उत्पादन हर स्थिति में जारी रहेंगे, यानी यह हर दौर में रोजगार के अवसरों से भरा क्षेत्र होगा।


आज दुनियाभर में ऊर्जा के पारंपरिक स्रोतों को सहेजने, नयी तकनीकों को विकसित करने एवं नयी ऊर्जा-संभावनाओं को तलाशने का काम जारी है। केंद्र एवं राज्य-सरकारों के साथ-साथ कॉरपोरेटसमूह भी इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं। इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी की एक रिपोर्ट बताती है कि सरकार ने 2022 तक 100 गीगावॉट सौर और 60 गीगावॉट पवन ऊर्जा-उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसमें सफलता का मतलब होगा- दस लाख नयी नौकरियाँ। जाहिर हैकि ऊर्जा-क्षेत्र में अवसर लगातार बढ़ेंगे। एक बेहतर भविष्य की सुनिश्चितता के साथ आप भी इस क्षेत्र में कॅरियर की शुरूआत कर सकते हैं।



आनेवाले समय में बढ़ेंगे अवसर


पिछले कुछ दशकों में ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है। कार्बनउत्सर्जन और जलवायु-परिवर्तन के बढ़ते खतरों को देखते हुए सरकार अब अक्षय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर रही है।


अक्षय ऊर्जा के कई स्रोत हैं, जैसेसौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, पनबिजली, बायो- फ्यूल आदि। अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर बनाने के लिहाज़ से फ़िलहाल भारत दुनिया में चीन, ब्राजील और अमेरिका के बाद चौथे स्थान पर है। सच्चाई यह है कि 2005-06 की तुलना में वर्तमान समय में भारत ने अक्षय ऊर्जा उत्पादित करने की अपनी क्षमता में लगभग पाँच गुना बढ़ोतरी की है।


योग्यता व कोर्स 


इस क्षेत्र में कॅरियर की संभावनाएँ तलाशनेवाले छात्रों को बी.ई. या बी.टेक. करने के लिए 12वीं में भौतिकविज्ञान, रसायनविज्ञान व गणित होना आवश्यक है। छात्र यदि चाहें, तो बी.टेक. करने के बाद एम.टेक. भी कर सकते हैं। अधिकतर संस्थानों में एडमिशन प्रवेश-परीक्षाओं द्वारा दिया जाता है। वैसे एनर्जी में विशेषता अंडर ग्रेजुएट स्तर पर उतना लोकप्रिय नहीं है, जितना पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर। मास्टर्स कोर्स में ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों और ऊर्जा के गैर-परंपरागत स्रोतों में सुधार पर अधिक जोर दिया जाता है।


ऊर्जा-क्षेत्र की पढ़ाई करवानेवाले देश के प्रमुख संस्थान


देश में नवीकरणीय ऊर्जा में अधिकतर कोर्स स्नातकोत्तर-स्तर पर उपलब्ध हैं। ये कोर्स करवानेवाले प्रमुख संस्थान हैं :


एम.एससी. (रिन्यूएबल एनर्जी), भौतिकविज्ञान-विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ


एम.एससी. (भौतिकविज्ञान, एनर्जी स्टडीज), डिपार्टमेंट ऑफ प्योर एंड अप्लाइड फिजिक्स, कोटा विश्वविद्यालय, कोटा ।


एम.टेक. (एनर्जी स्टडीज), स्कूल  ऑफ़ एनर्जी स्टडीज, भौतिकविज्ञान विभाग, पुणे विश्वविद्यालय, पुणे ।


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