दिन में क्यों सताती है नींद?

स्वस्थ जीवन के लिए पर्याप्त निद्रा अति आवश्यक है। जैसे जीने के लिए भोजन जरूरी है, ठीक ऐसे ही जीने के लिए नींद भी जरूरी है। इस धरा पर रहनेवाला हर जीव सोता है। हर जीवन की नींद का समय एवं अवधि अलग-अलग होती है। मनुष्य के लिएअवस्था के अनुसार नींद की अवधि का निर्धारण किया गया है। एक वयस्क मनुष्य को कम-से-कम 6-7 घंटे तो सोना ही चाहिए। नींद लेने के लिए रात्रि का समय ही सर्वथा उचित बताया गया है। कुछ लोग दिन में भी बहुत सोते हैं। कुछ लोगों को दिन में अल्प निद्रा आती रहती है।



दिन में नींद आने के कारण


दिन में जो लोग सोते रहते हैं इसका मतलब शरीर में कुछ गलत घटित हो रहा है।


एकाग्रता की कमी : जिनके अन्दर एकाग्रता की कमी होती है, कुछ करने के लिए नहीं होता है, ऐसे लोग दिन में सोते हैं।


रात्रि में नींद पूरी न होना : जो लोग रात्रि में नींद टुकड़ों में सोते हैं या विचार उठने के कारण या अनिद्रा के रोग के कारण सो नहीं पाते हैं, वे दिन में सोते हैं।


नारकोलेप्सी : इसका कारण दिमाग के कुछ भाग के काम न करने के कारण दिन में, वाहन चलाते समय, पढ़ते समय, टीवी देखते समय, नींद बिना चाहे आ जाती है। अतः किसी चिकित्सक को दिखाएँ।


मन में तनाव, चिन्ता, भय, क्रोध, अवसाद : यदि आप इन मानसिक स्तर के प्रभाव से ग्रसित हैं तो आप चुस्त नहीं रह पाते है एवं मन मलीन होने से दिन में नींद आती है। अतः योग एवं ध्यान का अभ्यास करें।


कफ की अधिकता : आयुर्वेद के अनुसार यदि आपका शरीर कफप्रधान है, तो नींद अधिक आएगी। अतः कफ को बढ़ानेवाली चीजें- दही, मिठाइयाँ आइसक्रीम आदि कम करें।


भारी भोजन : यदि आप दिन में भारी गरिष्ठ भोजन करते हैं या पेटभर खाना खाते हैं तो दिन में नींद आती है। अतः हल्का सुपाच्य भोजन करें।


श्रमरहित जीवनः जो लोग नित्य कुछ कसरत, व्यायाम, योगासन या कोई शारीरिक श्रम नहीं करते हैं, तो उन्हें भी दिन में नींद आती है। रोज कुछ शारीरिक व्यायाम जरूर करें।


अधिक शारीरिक श्रम : जो मजदूरमिस्त्री, बोझा लादनेवाले भारी वजन वाला काम करनेवाले श्रमिक हैं, उन्हें दिन में नींद आ जाती है।


अंधेरे में रहने से : जहाँ सूर्य का प्रकाश या कृत्रिम प्रकाश पर्याप्त रूप से नहीं आता है और दिन में अंधेरा-सा रहता है, वहाँ दिन में आलस्य आता है। अतः आवश्यक प्रकाश व हवावाली जगह पर रहना चाहिए।


दिन में शराब पीना : जो लोग दिन में मद्यपान या धूम्रपान करते हैं, उन्हें भी दिन में नींद आती है। अतः दोनों चीजें छोड़ दें।


बीमारी के कारण : जो लोग मधुमेह, अधिक थायराइड आदि बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें भी अधिक नींद आती है। अतः चिकित्सक से सलाह लें एवं उपचार करें।


दवाओं के कारण : जो लोग दवाएँ लेते हैं जिसमें अल्कोहल पाया जाता है, जैसे- खाँसी की दवाइयाँ या आयुर्वेद में ब्राह्मी, अश्वगंधा सेवन करते हैं, उन्हें दिन में नींद आती है।


खाँसी के कारण : जो लोग खाँसी से पीड़ित होते हैं, उन्हें खाँसी रात्रि में बहुत उठती है और वे सो नहीं पाते हैं। अतः वे दिन में सोते हैं। दिन में खाँसी कम आती है।


हृदय-रोग : जो लोग हृदय रोगी हैं। तथा जिनके हृदय की आर्टरीज में कुछ दिक्कत है, कुछ भाग जाम है, उन्हें भी । दिन में नींद आती है।


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