इमोशनोमिक्स : आध्यात्मिकता का विज्ञान

विज्ञान  की परिभाषाओं में से एक ‘तर्कसंगतता से संबंधित ज्ञान' हो सकता है। विज्ञान आपको एक अपील, तर्क, ठोस सबूत और सार्वभौमिक स्वीकार्यता प्रदान करता है। हमारे पास ज्ञान के अन्य विषयों में इस तरह की स्वीकार्यता नहीं है। उदाहरण के लिए, H2 + ० =Ho (पानी), Ha+s04 = H2SO4 (सल्फ्यूरिक एसिड) होता है। लेकिन ऐसा प्रमाण, ऐसा तर्क निर्णय प्रबंधन, उपर्युक्त औसत रिटर्न्स देने के लिए जिम्मेदार अनुशासन, प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त, मुख्य योग्यता, इत्यादि को नहीं बढ़ा सकता है। H2+O> आपको पानी देगा, लेकिन शायद उत्तम पुरुष+उत्तम सामग्री+उत्तम वित्तीय स्थिति आपको उपर्युक्त औसत रिर्टन्स न दे पायें। मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में, निर्णय प्रबंधन जटिल हो रहा है। इस तरह के साधनों का आविष्कार करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है जो निर्णय-प्रबंधन को अधिक सरल और परिणामोन्मुख बनाते हैं। हमें इस तरह के साधनों की खोज करने की ज़रूरत है जो ऐसे निर्णयों को लेने में सहायता करते हों तथा जो हमें उपर्युक्त औसतन रिटर्न देते हों। भावनाएँ ऐसे साधनों में से एक हैं। सटीक व्यापारिक निर्णयों को लेने और लाभ की संभावना के लिए भावनाओं का उपयोग किया जा सकता है।



बहुत लंबे समय से ऐसा होता आया है। कि तर्कसंगतता और दक्षता के पक्ष में भावनाओं को अनदेखा किया गया है। मस्तिष्कविज्ञान में नयी खोज से पता चला है। कि लोग मुख्य रूप से भावनात्मक निर्णयकर्ता होते हैं। कई कंपनियाँ इसे स्वीकार नहीं करती हैं और इस संबंध में बहुत कम काम करती हैं।


'इमोशनोमिक्स, लेवरेजिंग इमोशन फॉर सक्सेस' के लेखक डैन हिल कहते हैं, ‘इमोशनोमिक्सि भावनाओं का विज्ञान है। ऐसा विज्ञान, जो तर्कसंगतता की बात करता है, जो ऐसे तर्क और विज्ञान की बात करता है, जिसने व्यापार-निर्णयों को सरल बनाने के लिए एक नया आयाम पेश किया है। इमोशनोमिक्स हमें व्यवसाय के अवसरों के सन्दर्भ में भावनाओं को समझने में सहायता करता है। इस नये विज्ञान की स्वीकृति दुनिया के प्रसिद्ध व्यक्तियों के बयानों में दिखाई देती है


‘हमारे पास भावनात्मक अपील और प्रभावों को जानने और चुनने के लिए साधनों की कमी है। भावनात्मक अपील से बहुत ज्यादा भावनात्मक खरीददारी हो सकती है'- फिलिप कोटलर।


‘इमोशनोमिक्स वैश्विक व्यापार- मानसिकता को एक नया आदर्श देती है'- मार्टिन लिंडस्ट्रॉम (‘ब्रांड्सेंस और ब्रांड चाइल्ड' के लेखक)।


‘इमोशनोमिक्स आज के कारोबारी माहौल के लिए संवेदी, भावनात्मक और तर्कसंगत शोध की अत्याधुनिक एप्लीकेशन्स प्रदान करती है - डेनियल एचपिंक ('अ होल न्यू माइंड' के लेखक)।


इमोशनोमिक्सि खुशहाली का एक नया विज्ञान है, जो आपकी कंपनी की बेहतरी के लिए इसे बदल सकता है, इमोशनोमिक्स आपको एक गतिशील, दृढ़ और शक्तिशाली ब्राण्ड बनाने और बनाए रखने के बारे में बताता है। ‘ग्राहकों से भावनात्मक रूप से अपील करने में सक्षम रहना, मार्केट में कामयाब होने का मार्ग है - रोल्ट फेनसेन (‘ड्रीम सोसाइटी' के लेखक)


भावनाएँ और सहज-ज्ञान सही मस्तिष्क में मूल उत्पत्ति हुँढ़ ही लेते हैं। भावनाओं को जब तर्क के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है, तो यह तर्कसंगतता की ओर जाता है और जब भावनाओं को तर्कसंगतता के साथ प्रयोग किया जाता है, तो समर्पण उत्पन्न होता है। समर्पण आपको अपने अंदर झाँकने की सीढ़ी प्रदान करता है। अपने अंदर झाँकना आध्यात्मिकता है, खुद को ढूँढ़ना महान् व्यवसाय है, जिसमें झाँके बिना व्यवसाय को लाभ मिलता है। इसका अर्थ है कि इमोशनोमिक्स, संक्षेप में, तर्कसंगतता का विज्ञान है। स्वयं को स्वयं में खोजने का साधन यानि आध्यात्मिकता। भावनात्मकता या आध्यात्मिकता की दिशा में तर्कसंगतता के मार्गदर्शन के लिए मन का साधन एक सामान्य संसाधन है।


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