पद्म भूषण डॉ. विन्देश्वर पाठक का है ‘अमृतमहोत्सव'

 सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन, सुलभ ग्राम; पालम, नयी दिल्ली के तत्वावधान में सुलभ संस्था के संस्थापक पद्म भूषण डॉ. विन्देश्वर पाठक के 75वें जन्मदिवस 02 अप्रैल के उपलक्ष्य में ‘अमृत-महोत्सव' का ऐतिहासिक आयोजन किया गया।



इस ऐतिहासिक अवसर पर हिंदी के यशस्वी कवि डॉ. राहुल द्वारा रचित ‘विन्देश्वर विभा' प्रबन्ध काव्य इन्हें सादर- सम्मानार्थ भेंट किया गया। पुस्तक कुल 25 सर्गों में विभक्त है, जिनमें उनके पैतृक गाँव, जिला वैशाली के ऐतिहासिक गौरवपूर्ण अतीत के साथ, विश्वविभूति डॉक्टर पाठक के बचपन, उनके माता-पिता की गरिमा, सामाजिक सोच, ब्राह्मणी व्यवस्था की संकीर्णता, अंधविश्वास और इसके प्रति पाठक जी का मैला ढोने की प्रथा को बंद करने का संकल्प, महात्मा गाँधी द्वारा स्कैवेजर की समस्याओं के समाधान हेतु पहल, पाठक जी का राष्ट्रीय एवं भाषा-प्रेम और साहित्यिक योगदान, गाँधीवादी जीवन-दर्शन, विश्व में प्राप्त अनेकानेक सम्मानों-पुरस्कारों और न्यूयॉर्क के मेयर ब्लासियो द्वारा 14 अप्रैल, 2016 को विन्देश्वर पाठक डे' के रूप में अमेरिका में मनाने की घोषणा, सुलभ माहात्म्य और नवयुग का सूत्रपात के रूप में सुलभ शौचालय के महत्त्वपूर्ण कार्यान्वयन का बड़ा ही सुन्दर, कलात्मक एवं प्रभावशाली चित्रण किया गया है। प्रभात प्रकाशन, नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक डॉक्टर पाठक । की विश्वस्तरीय प्रतिष्ठा और उनकी रचनात्मक उपलब्धियों का महत्त्वपूर्ण दस्तावेज है।


डॉ. विन्देश्वर पाठक के अमृत-महोत्सव के पावन अवसर पर सम्पूर्ण देश से सुलभ से सम्बद्ध अधिकारी, अनेक शुभचिन्तक, भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी, सैकड़ों महान् विभूतियों के साथ अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकार विशेषकर श्रीमती अमोला पाठक, संस्था के अध्यक्ष श्री एस.पी. सिंह, डॉ. सरोजनी प्रीतम, श्री एस.पी.एन. सिन्हा, पं. सुरेश नीरव, श्रीमती मधु मिश्रा, डॉ. सविता चड्ढा, श्री धीरेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ. हरिसिंह पाल, डॉ. सुमन चहार, डॉ. इंद्राणी मजूमदार, डॉ. ललित कुमार, डॉ. अशोक कुमार ज्योति, डॉ. मणिभूषण मिश्र, श्रीमती आरती अरोड़ा, श्रीमती तरुण शर्मा, श्रीमती मधु श्रीवास्तव और कई अन्य सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थानों के गण्यमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन गौरवान्वित हो उठा। सभी वक्ताओं ने डॉक्टर पाठक की गाँधी जी के जीवन-दर्शन के परिप्रेक्ष्य में चर्चा की एवं उनके सपनों को साकार करनेवाला शती का दूसरा ‘महान् पुरुष' बताया।


डॉक्टर पाठक के सम्मान में सुलभ संस्था की छात्राछात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति कर सभी आगंतुकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन सुलभ पब्लिक स्कूल की मनीषी शिक्षिका श्रीमती वीणा बिष्ट के कुशल निर्देशन में सुश्री याचिका ने किया।