“इतिहास कला श्री' पुरातत्व सम्मान से अलंकृत हुई डॉ. मुक्ति पाराशर'

बीकानेर में आयोजित राजस्थान आर्कियालॉजी एण्ड एपीग्रापी कांग्रेस के द्वितीय वार्षिक अधिवेशन में कोटा की इतिहासकार 'डॉ. मुक्ति पाराशर' को सम्मानित किया गया।



इस अवसर पर पद्म श्री पुरातत्ववेत्ता डॉ. वाकणकर के सहयोगी रहे पुरातत्ववेत्ता डॉ. नारायण व्यास तथा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रो. बी.एल. भादानी ने डॉ. मुक्ति पाराशर का शाल ओढ़ाकर एवं इतिहास कला श्री सम्मान पत्रक प्रदान कर सम्मान किया गया। 2 दिवसीय अधिवेशन में भारत के 9 प्रान्तों के पुरातत्वविद्, इतिहासकार एवं शोधार्थी उपस्थित हुए थे।


डॉ. मुक्ति पाराशर को यह सम्मान उनके द्वारा कला, इतिहास पर लिखे 4 शोध पूर्ण ग्रन्थों तथा 150 शोध लेखों व उनकी हाड़ौती में खोज की गई अल्पज्ञात पुरा सम्पदा के कार्य करने हेतु प्रदान किया गया। वे इस अधिवेशन में राजस्थान की एक ऐसी महिला के रूप में सम्मानित हुई, जिन्होंने पुरातत्व एवं कला पर मौलिक कार्य किये।